दरअसल अभिनव जी जिनकी ये वास्तविक माँ है,वो तो चित्त है दारू पीकर चारपाई पर अब घर का और इनकी दारु का खर्च तो किसी न किसी को चलाना ही होगा इस्ल्ये घर के तो तथा कथित मर्द है,उनसे तो ये काम हुआ नहीं इसलिए इन जैसी अनेको माँ को सड़क पर उतर कर काम करने पर मजबूर होना पड़ता है| --- वन्दे मातरम
दरअसल अभिनव जी जिनकी ये वास्तविक माँ है,वो तो चित्त है दारू पीकर चारपाई पर अब घर का और इनकी दारु का खर्च तो किसी न किसी को चलाना ही होगा इस्ल्ये घर के तो तथा कथित मर्द है,उनसे तो ये काम हुआ नहीं इसलिए इन जैसी अनेको माँ को सड़क पर उतर कर काम करने पर मजबूर होना पड़ता है| --- वन्दे मातरम
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