पिछले सप्ताह दिन शनिवार दोपहर २:०० बजे मैंने अपने जीवन के सबसे गरीब शनिदेव को देखा... मुझे भी एक हिन्दू होने के नाते इन शनिदेव से सहानभूति होना लाजमी है, मुझे लगता है की आपका हिंदुत्व भी जाग जाए एवं मेरे अन्य धर्म के भाईयों को भी हमारे प्रति सहानुभूति प्रकट करने का मौका मिले ! माना हम अल्पसंख्यक नहीं है लेकिन हालात उससे भी ज्यादा गंभीर होने लगे हैं !!
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